पूर्वी उत्तर प्रदेश के आखिरी छोर पर स्थित बलिया जिला हेडक्वार्टर के पास स्थित है भृगु मंदिर
बलिया रेलवे स्टेशन से मात्र एक km की दूरी पर स्थित है भृगु मंदिर
How to reach Bhrigu Temple, Ballia, by bus, train, flight or taxi
Buddhadarshan News, Ballia
उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित बलिया जनपद महर्षि भृगु की तपोभूमि रही है।
बलिया रेलवे स्टेशन से मात्र एक km की दूरी पर महर्षि भृगु का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है।
मंदिर के अंदर महर्षि भृगु के प्रिय शिष्य दर्दर मुनि की प्रतिमा भी स्थापित है।
बलिया में प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा से प्रसिद्ध ददरी मेला का आयोजन होता है।
यह मेला महर्षि भृगु मुनि के प्रिय शिष्य दर्दर मुनि के नाम पर लगता है।
आज के बदलते दौर में भी प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु मेला देखने आते हैं।
यह मेला अगले 15 दिनों तक चलता है। मेले में अन्य राज्यों के व्यापारी भी भाग लेते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर गंगा तट पर स्नान होता है।
इसमें भारी संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रद्धालु आते हैं।
प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के कार्यकाल 1990 में भृगु मंदिर परिसर का जीर्णोद्वार किया गया।
इसे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने की पहल शुरू हुई।
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मंदिर के अंदर महर्षि भृगु की है समाधि स्थल:
इस ऐतिहासिक मंदिर के अंदर महर्षि भृगु की समाधि स्थल है।
मंदिर से सटे परिसर में चित्रगुप्त का भी मंदिर निर्मित किया गया है।
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विष्णु की छाती पर पैर से किया था आघात:
पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार साधु-मुनियों के बीच इस बात का विवाद छिड़ गया।
सवाल था कि त्रिदेवों (ब्रह्मा-विष्णु-महेश) में श्रेष्ठ कौन है।
तीनों देवताओं की परीक्षा के लिए साधु-मुनियों ने महर्षि भृगु को जिम्मेदारी दी।
महर्षि भृगु ने तीनों देवाताओं की परीक्षा ली।
इस दौरान भगवान शंकर और भगवान ब्रह्मा ने महर्षि भृगु का अपमान किया।
लेकिन जब महर्षि भृगु भगवान विष्णु के पास गए तो उस समय विष्णु जी विश्राम कर रहे थें।
महर्षि भृगु ने जाते ही अपने दाहिने पैर से भगवान विष्णु की छाती पर प्रहार किया।
लेकिन महर्षि के इस प्रहार के बदले विष्णु जी ने तुरंत उठकर महर्षि भृगु के पैर पकड़ लिए।
विष्णु ने कहा, “भगवन, मेरी कठोर छाती से आपके कोमल पैर को चोट तो नहीं आई?” विष्णु जी के ऐसा कहते ही महर्षि भृगु प्रसन्न हुए( उन्होंने विष्णु जी को तीनों देवताओं में श्रेष्ठ घोषित कर दिया।
रेल मार्ग से कैसे पहुंचे भृगु मंदिर:
आप बस अथवा ट्रेन अथवा टैक्सी के जरिए बलिया जा सकते हैं।
बलिया रेलवे स्टेशन से महज एक KM की दूरी पर मंदिर स्थित है।
राजधानी एक्सप्रेस सहित अन्य एक्सप्रेस ट्रेनें भी बलिया रेलवे स्टेशन पर रूकती हैं।
बलिया देश के महत्वपूर्ण महानगर दिल्ली, मुंबई, कोलकत्ता रेलमार्ग से भी जुड़ा है।
बस मार्ग से कैसे पहुंचे भृगु मंदिर:
बलिया शहर बस मार्ग के जरिए देश के प्रसिद्ध शहरों से जुड़ा है। वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, दिल्ली, कोलकत्ता, पटना से बलिया के लिए बस मिल जाएंगी।
हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे भृगु मंदिर:
बलिया आने के लिए आपको हवाई मार्ग के जरिए सबसे पहले वाराणसी आना पड़ेगा।
वाराणसी से आपको टैक्सी अथवा बस या ट्रेन के जरिए बलिया पहुंचना होगा।
जल्द ही आप जलमार्ग के जरिए भी बलिया पहुंच सकते हैं।