Buddhadarshan News, Mirzapur
“अब मां विंध्यवासिनी के दरबार से अयोध्या की दूरी महज 3 घंटे में पूरी होगी।
मीरजापुर से अयोध्या Ayodhya तक 4 लेन की सड़क का निर्माण होगा।
इस परियोजना के तहत मीरजापुर से भदोही तक 4 लेन का मार्ग पूर्ण हो चुका है।
जून से पहले भदोही से जौनपुर तक 4 लेन की सड़क का निर्माण शुरू हो जायेगा।
इसकी लागत 1000 करोड़ रुपये आएगी।“
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मीरजापुर में यह घोषणा की।
उन्होंने मीरजापुर में 1750 करोड़ की लागत से गंगा नदी पर निर्मित होने वाले 6 लेन का पुल और बाईपास का शिलान्यास किया।
इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने माँ विंध्यवासिनी के दरबार में जाकर पूजा अर्चना की।
नितिन गडकरी ने कहा,
“यह मेरा सौभाग्य है कि माँ विंध्यवासिनी की पवित्र धरती पर गंगा नदी पर निर्मित होने वाले छह लेन के पुल का शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला।”
नितिन गडकरी ने कहा कि 2024 समाप्त होने से पहले उत्तर प्रदेश की सड़कें अमेरिका के बराबर हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि 2024 पूरे होने से पहले उत्तर प्रदेश में 5 लाख करोड़ की सड़कों का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा।
इनमें से कुछ पूरी हो जाएंगी तो कुछ का निर्माण पूरा हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7000 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश में 40 बाईपास और रिंग रोड का निर्माण हो रहा है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, “आज अपार प्रसन्नता की बात है कि केंद्र सरकार द्वारा मिर्ज़ापुर के बुनियादी ढांचे के उन्नयन और कनेक्टिविटी में सुधार हेतु गंगा नदी पर विंध्य धाम के पास 1750 करोड़ रुपए की लागत के एक नए 6 लेन के उच्च क्षमता वाले पुल और 4 लेन मिर्जापुर बाईपास मार्ग के निर्माण की सौगात मिली है। इसके साथ ही, मिर्जापुर से प्रयागराज एवं प्रयागराज से प्रतापगढ़ (राष्ट्रीय राजमार्ग 330 एवं 35 पर 59 किलोमीटर) के रखरखाव कार्य के लिए 66 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया गया है।”
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा,
“जिले में गंगा नदी पर दुद्धी-लुम्बनी मार्ग पर लगभग पांच दशक पहले बने दो लेन के सामान्य क्षमता के पुल के पिछले एक दशक से बार-बार खराब हो जाने के कारण भारी यातायात को सैकड़ों किलोमीटर की अनावश्यक दूरी घूमकर आने-जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। यह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड प्रदेश एवं तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश से वाराणसी कन्याकुमारी (राष्ट्रीय राजमार्ग-7) का प्रयोग कर आने वाले भारी यातायात को राजधानी लखनऊ और पूर्वांचल तथा दिल्ली- कोलकत्ता राष्ट्रीय राजमार्ग- 2 के माध्यम से गंतव्य मार्ग को आने- जाने के लिए लाइफ लाइन सड़क पर एकमात्र पुल है।”
“इस परियोजना के पूरा होने पर जनपदवासियों के साथ-साथ अन्य राज्यों के कारोबारियों, व्यापारियों और विंध्याचल आने वाले दर्शनार्थियों को काफी राहत मिलेगी।”