In Bihar’s Gaya district, a 70-year-old man named Laungi Bhuiyan cut a mountain and built a 5 km long canal.
धन्य है बुद्ध की धरती गया, 30 सालों तक तपती धूप में निरंतर नहर की खुदाई करते रहे लौंगी भुईयां
Buddhadarshan News, 20 Sept
धन्य है बोधगया की धरती BodhGaya। यहां दुनिया को शांति का मार्ग बताने वाले भगवान बुद्ध God Buddha को बुद्धत्व प्राप्त हुआ तो इसी धरती पर प्रेम का अलख जगाने वाले माउंटेनमैन दशरथ मांझी Dashrath Manjhi और लोगों की प्यास बुझाने के लिए पहाड़ का सीना चीर कर नहर बनाने वाले लौंगी भुईयां मांझी Laungi Bhuinya का भी जन्म हुआ है। गया निवासी 70 साल के बुजुर्ग लौंगी भुईयां मांझी Laungi Bhuiyan Manjhi ने पहाड़ से अपने खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए 5 किमी लंबी नहर की खुदाई कर दी है। इस महान कार्य को पूरा करने के लिए लौंगी भुईयां को लगातार 30 साल तक धूप में पसीना बहाना पड़ा। लौंगी भुईयां मांझी की इस कड़ी मेहनत का आज आसपास के तीन गांवों के 3000 हजार लोगों को पानी मिल रहा है। लौंगी मांझी की इस मेहनत को सलाम करते हुए प्रसिद्ध उद्योगपति आनंद महिंद्रा Anand Mahindra ने उन्हें ट्रैक्टर देने की घोषणा की है। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी Jitan Ram Manjhi ने लौंगी भुईयां मांझी को राष्ट्रपति पुरस्कार देने की मांग की है। उन्होंने लौंगी भुईयां से मिलकर उन्हें गले लगाया।
आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में कहा है,
“लौंगी मांझी को ट्रैक्टर देना उनके लिए सम्मान की बात होगी। उन्होंने जो किया है वह किसी ताजमहल या पिरामिड के निर्माण से कम नहीं है।”
गांव के लोग लौंगी मांझी को पागल कहते थे:
बिहार के गया जिले के कोठिलवा गांव निवासी लौंगी मांझी की फसलें अक्सर पानी के बगैर सूख जाती थीं। हालांकि पास के पहाड़ी पर पानी तो था, लेकिन उसे खेतों तक लाने का कोई रास्ता नहीं था। ऐसे में उन्होंने 30 साल पहले दशरथ मांझी की तरह पहाड़ से गिरने वाले बारिश के पानी को गांव तक लाने की ठान ली। वह खांची और फावड़ा लेकर निकल पड़े। वह रोज घर से जंगल में जाकर नहर की खुदाई करते। लेकिन जब तपती धूप में लौंगी भुईयां फावड़ा चलाते थें तो गांव वाले उन्हें पागल कह कर उनका मजाक उड़ाते थें, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 30 साल की कड़ी मेहनत से उन्होंने 5 किमी लंबी नहर का निर्माण कर दिया।
लौंगी भुईयां के नाम पर स्कूल, अस्पताल व सड़क का नामकरण होगा:
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लौंगी भुईयां मांझी के गांव पहुंचकर उन्हें गले लगाया और उनके नाम पर गांव के स्कूल, अस्पताल और सड़क का नाम लौंगी भुईयां के नाम पर कराने का आश्वासन दिया।
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