Buddhadarshan News, Azamgarh/Lucknow
अयोध्या से बलिया तक बहने वाली तमसा नदी को प्रदूषणमुक्त करने के लिए आजमगढ़ के जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी भी आम जनता के साथ श्रमदान करने नदी में उतर गए। आम जनमानस के साथ मिलकर डीएम ने भी नदी से गंदगी निकाली।
पूर्वांचल विकास आंदोलन के प्रवीण सिंह के नेतृत्व में भारत रक्षा दल, निरंकारी चैरिटेबल संस्था के सदस्य सहित अनेक स्वयंसेवी संस्थाओं के बैनर तले लोगों ने श्रमदान नि:स्वार्थ भाव से दिया। डीएम के आह्वान पर जिले के संभ्रांत नागरिक, आमजन, स्वयंसेवी संस्थाएं एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
सम्मानित होंगे लोग:
जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वालों के नामों की सूची को राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए संस्तुति को शासन को प्रेषित किया जाएगा। साथ ही इस अभियान में शामिल होने वाली स्वयंसेवी संगठनों को मंडलायुक्त द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
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नदी में न डालें कचरा:
जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की कि नदी में गिरने वाले नालों में घरों का कचरा, पॉलीथिन इत्यादि न फेंके। उन्होंने कहा कि नगरपालिका द्वारा चिन्हि्त स्थानों पर ही लोग कूड़ा डालें। साथ ही पालीथिन का कम से कम इस्तेमाल करें। इस अभियान में एडीएम प्रशासन नरेंद्र प्रताप सिंह, अधिकारी मनीष त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थें।
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तमसा नदी, एक नजर:
यह नदी फैजाबाद में तमसा नदी के नाम से बहती हुई अंबेडकर नगर में अकबरपुर के पास बिस्वी नदी में मिल जाती है, इसके बाद इसे टौंस के नाम से जाता है, जो कि तमसा का ही अपभ्रंश है। ‘रामचरित मानस’ के अनुसार श्रवण कुमार की मृत्यु भी इसी नदी के किनारे हुई थी। भगवान राम ने वनवास जाते समय तमसा नदी को पार किया था। आजमगढ़ जिले में टौंस नदी बहती हुई बलिया में यह नदी गंगा में समाहित हो जाती है।