Buddhadarshan News, Kannauj
किसानों, कमेरों और समाज के निचले तबके के लिए जीवनभर संघर्ष करने वाले डॉक्टर सोनेलाल पटेल ने सबसे पहले अपने पैतृक जिला कन्नौज में किसानों के लिए आंदोलन किया। इस आंदोलन के बाद ही आलू की खेती के लिए मशहूर कन्नौज में बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज खोले गए।
बोधिसत्व डॉ.सोनेलाल पटेल का जन्म 2 जुलाई 1950 को कन्नौज जिला के गांव बगुलिहाई में पिता गोविंद प्रसाद पटेल और मां रानी देवी पटेल के घर हुआ था। डॉ.पटेल अपने आठ भाइयों में सबसे छोटे थें।
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राजनीति में आने से पहले डॉ पटेल ने कन्नौज में ही किसानों के लिए आवाज उठाई, जिले में कोल्डस्टोरेज के अभाव की वजह से किसानों की फसल और आलू काफी मात्रा में नुकसान हो जाता था। आपके आंदोलन के बाद जिले में कई कोल्ड स्टोरेज खोले गए। हालांकि कुछ दिनों बाद आप कन्नौज छोड़कर कानपुर आ गए और जीवन की आगे की शुरूआत कानपुर से की और बड़े पैमाने पर कारोबार शुरू किए।
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कांशीराम के थें करीबी:
डॉ.सोनेलाल पटेल 1988 में बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम के संपर्क में आए। आपको बसपा का उत्तर प्रदेश का प्रदेश महासचिव बनाया गया। आपने शुरूआती दिनों में बसपा की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया।
11 नवंबर 1995 में अपना दल की स्थापना:
बसपा में मायावती के उभार होने पर डॉ.सोनेलाल पटेल ने बसपा से दूरी बनाते हुए 4 नवंबर 1994 में लखनऊ में कुर्मी स्वाभिमान महारैली निकाली। रैली के बाद 11 नवंबर 1995 में लखनऊ के बेगम हजरत महल पार्क में अपना दल का खुला अधिवेशन बुलाया गया और इस तरह ‘अपना दल’ का कारवां शुरू हुआ।