Buddhadarshan New, New Delhi
बिहार में शराबबंदी से लोगों के जीवन में बदलाव आया है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा में 68 फीसदी तक की कमी आई है। साथ ही अब लोग भोजन पर हर सप्ताह 1331 रुपए खर्च कर रहे हैं, जबकि शराबबंदी से पहले हर सप्ताह 1005 रुपए खर्च करते थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को नशा मुक्ति दिवस के मौके पर आयोजित समारोह में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का मजाक उड़ाने वालों को यह आंकड़ा जरूर देखना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि शराबबंदी के बाद 43 परसेंट पुरुष खेती पर ज्यादा समय देने लगे हैं, जबकि 84 परसेंट महिलाओं को ज्यादा बचत हो रही है, उनकी आय में वृद्धि हुई है। बच्चों की शिक्षा पर साप्ताहिक खर्च 364 रुपए से बढ़कर 612 रुपए हो गए।
महिलाओं की जिंदगी मेें बदलाव, एक नजर-
मानसिक हिंसा – 79 परसेंट, 11 परसेंट
मौखिक हिंसा – 73 परसेंट , 14 परसेंट
शारीरिक हिंसा- 54 परसेंट, 5 परसेंट
आर्थिक हिंसा – 70 परसेंट, 6 परसेंट
यौन हिंसा- 15 परसेंट, 4 परसेंट
घर में दुर्व्यवहार- 69 परसेंट, 9 परसेंट
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242 कर्मियों पर हुई कार्रवाई-
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 242 कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुका है। इनमेें से 29 बर्खास्त, 80 को जेल, 15 को 10 साल तक थाने की पोस्टिंग से वंचित रखा गया है।