Tuesday, June 17, 2025
  • Nalanda
  • Varanasi
  • Patna
BUDDHADARSHAN
  • Home
  • About Us
  • Bodh Gaya
  • Sarnath
  • Lumbini
  • Kushinagar
  • Blog
  • Contact Us
No Result
View All Result
  • Home
  • About Us
  • Bodh Gaya
  • Sarnath
  • Lumbini
  • Kushinagar
  • Blog
  • Contact Us
No Result
View All Result
Plugin Install : Cart Icon need WooCommerce plugin to be installed.
No Result
View All Result

राम की धुन में डाकू रत्नाकर महर्षि वाल्मीकि बन गया

admin by admin
October 24, 2018
in Latest News
0
Home Latest News

Buddhadarshan News, News, Lucknow
एक डाकू, जो कल तक लोगों को लूटता था और उसी लूट की राशि से अपने परिवार का पालन पोषण करता था, लेकिन जब उसे मालूम हुआ कि उसके इस पाप में उसके परिजन भागीदार नहीं होंगे तो उसकी आंखें खुली और वह डाकू पाप के मार्ग को छोड़कर साधु बन गया और बाद में दुनिया में महर्षि वाल्मीकि के तौर पर प्रसिद्ध हुआ। महर्षि वाल्मीकि ने हिन्दू धर्म की सबसे पवित्र पुस्तक रामायण की रचना की।

राम, बुद्ध, जैन धर्म का संगम है अयोध्या

महर्षि वाल्मीकि का असली नाम रत्नाकर था, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में बदलाव एवं तपस्या के बल पर बाद में महर्षि वाल्मीकि के तौर पर पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हुए।

ईश्वर के शहर ‘इलाहाबाद’ को अब ‘प्रयागराज’ कहिए

महर्षि वाल्मीकि जयंती अश्विन मास की शरद पूर्णिमा को मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार उनका जन्म महर्षि कश्यप और अदिति के नौवें पुत्र वरुण और उनकी पत्नी चर्षणी के घर हुआ।

ऐसे बनें वाल्मीकि-
कहा जाता है कि रत्नाकर डाकू का जब हृदय परिवर्तन हुआ तो उन्होंने कड़ी तपस्या शुरू कर दी। लंबे समय तक तपस्या की वजह से उनके शरीर के चारों ओर दीमकों ने अपना बसेरा बना लिया। लेकिन रत्नाकर का ध्यान भंग नहीं हुआ। जब उनकी साधना पूरी हुई तो वह दीमकों के घर से बाहर निकले। चूंकि दीमकों के घर को वाल्मीकि कहा जाता है। इसलिए रत्नाकर को महर्षि वाल्मीकि के तौर पर जाना जाने लगा।

Sarnath: बुद्ध ने यहीं दिया था पहला उपदेश

दुनिया को प्रेम का संदेश:
महर्षि वाल्मीकि जी ने महाकाव्य रामायण के जरिए दुनिया को प्रेमए त्यागए बंधुत्व का संदेश दिया।

ऐसे हुआ हृदय परिवर्तन:
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार जंगल में रत्नाकर डाकू (दस्यू) से नारद मुनि मिले तो डाकू रत्नाकर ने नारद मुनि को लूटने की बात कही। लेकिन इसके जवाब में नारद मुनि ने रत्नाकर से पूछा कि तुम यह कार्य किसलिए करते हो? रत्नाकर ने जवाब दिया कि वह अपने परिवार को पालने के लिए लोगों को लूटता है। तो नारद मुनि ने पूछा कि क्या तुम्हारे पापों का भागीदार तुम्हारे घरवाले बनेंगे? इस बात का जवाब जानने के लिए डाकू रत्नाकर ने नारद मुनि को पेड़ से बांधकर घर गया और परिजनों से पूछा, ” क्या उसके लूट के पाप में उसके परिजन भी भागीदार बनेंगे? लेकिन उसके परिजनों ने रत्नाकर के पाप में भागीदार बनने से मना कर दिया। परिजनों के मना करने से डाकू रत्नाकर स्तब्ध रह गया। वापस आकर वह नारद को सारी बातें बताई। तब नारद मुनि ने उन्हें ईश्वर से स्नेह लगाने का संदेश दिया। उन्हें भगवान राम के नाम जपने का संदेश दिया। लेकिन रत्नाकर ‘राम’ का उच्चारण नहीं कर पा रहे थे। तब नारद जी ने उन्हें मरा – मरा जपने को कहा और रत्नाकर मरा-मरा रटते-रटते राम-राम रटने लगे। और इस तरह कड़ी तपस्या और ईश्वर में ध्यान लगाने से रत्नाकर डाकू महर्षि वाल्मीकि बन गए।

Tags: buddhaBuddhadarshanmaharshi ValmikiRatnakarडाकू रत्नाकरमहर्षि वाल्मीकि
ShareTweet
admin

admin

Next Post
‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को देखते ही खो देंगे सुधबुध, एकता ट्रेन पहुंची गुजरात

‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को देखते ही खो देंगे सुधबुध, एकता ट्रेन पहुंची गुजरात

  • Trending
  • Comments
  • Latest
Baba Dham

कैसे पहुंचे बाबा बैद्यनाथ धाम, बस, ट्रेन, टैक्सी अथवा फ्लाइट

January 29, 2025
बरसाना कैसे पहुंचे, बस, ट्रेन, टैक्सी अथवा फ्लाइट

बरसाना कैसे पहुंचे, बस, ट्रेन, टैक्सी अथवा फ्लाइट

February 6, 2025
बुद्ध के आठ प्रमुख स्थल: लुम्बिनी, बोधगया, सारनाथ, कुशीनगर

कैसे जाएं बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी, बस, ट्रेन, टैक्सी या फ्लाइट

March 29, 2025
Deva Sharif, Barabanki,

कैसे पहुंचे देवा शरीफ, बस, टैक्सी, ट्रेन अथवा फ्लाइट

January 29, 2025
Buddha

New book on buddhism-“Dailog with the masses in ancient India”

0

Ropeway service start in Rajgir

0
Bodh Gaya

बोध गया: श्रद्धालुओं के लिए शुरू होगी रिंग बस सेवा

0

PM Modi worships at sacred Mahabodhi Tree in Srilanka

0
Bodhi Yatra

‘बोधि यात्रा’ कर रहे हैं आसियान देशों के 50 श्रद्धालु

June 5, 2025
KP Maurya

महात्मा बुद्ध के बताये मार्ग पर चलकर विश्व में शांति होगी: केशव प्रसाद मौर्य

May 13, 2025
Kushinagar

गरीबों के उत्थान के लिए मोदी जी ने सम्राट अशोक के मंत्र को आगे बढ़ाया

April 13, 2025
railway

12 अप्रैल से गोरखपुर रूट की 50 ट्रेनें रहेंगी निरस्त

April 10, 2025

FIND US ON FACEBOOK

About Us

Lord Buddha gave the light of non-violent to all world. He preached humanity his followers. Buddhism became popular in the Indian sub-continent and also spread to japan, chine and many foreign countries. More

Quick Links

  • About Us
  • Blog
  • Contact Us
  • Terms & Conditions
  • अस्वीकरण

Categories

  • Blog
  • How to Reach
  • Latest News
  • Most Popular Place

Contact Us

Address: R.P. Bangles Cutter 3117/34 1st Floor Beadan Pura, Karol Bagh,
New Delhi-110005
Email: info@buddhadarshan.com

Tags

Agra (9) Allahabad (13) anupriya patel (69) Ayodhya (25) BHU (8) bihar (20) Bodh Gaya (11) buddha (222) Buddhadarshan (125) Buddhism (9) Delhi (36) farmers (8) Ganga (9) gorakhpur (13) Gujrat (8) health (10) india (25) Indian Railway (18) Indian Train (8) Irctc (10) journey (9) Kashi (14) kushinagar (18) lucknow (18) Mathura (8) mirjapur (21) Mirzapur (22) Narendra Modi (17) new delhi (10) nitish kumar (22) patna (15) PM Narendra Modi (18) Prayagraj (17) Santosh Gangwar (8) sarnath (32) siddhartha (9) Tathagat (19) tourism (17) tourist (16) train (8) uttar pradesh (21) Varanasi (74) प्रयागराज (10) बुद्ध (9) वाराणसी (9)

Recent News

Bodhi Yatra

‘बोधि यात्रा’ कर रहे हैं आसियान देशों के 50 श्रद्धालु

June 5, 2025
KP Maurya

महात्मा बुद्ध के बताये मार्ग पर चलकर विश्व में शांति होगी: केशव प्रसाद मौर्य

May 13, 2025

©copyright @2022 Buddha Darshan

No Result
View All Result
  • Home
  • About Us
  • Bodh Gaya
  • Sarnath
  • Lumbini
  • Kushinagar
  • Blog
  • Contact Us

©copyright @2022 Buddha Darshan