भगवान बुद्ध Buddha की तपोस्थली राजगीर Rajgir दुनिया भर में है प्रसिद्ध
Buddhadarshan News, Rajgir
दुनिया का तीसरा, देश का दूसरा और बिहार का पहला स्काई वॉक ग्लास फ्लोर ब्रिज Sky Walk Glass Floor bridge भगवान बुद्ध Buddha की तपोस्थली राजगीर Rajgir की पहाड़ियों के बीच बनाया जा रहा है। इसे अगले साल मार्च तक शुरू कर दिया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को राजगीर में बनाए जा रहे स्काई वॉक ग्लास फ्लोर ब्रिज का दौरा किया और आवश्यक निर्देश दिए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार CM Nitish Kumar ने कहा कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से इससे जागृति होगी। यहां सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे। नेचर सफारी के पास निर्मित हो रहे जू सफारी भी अंतिम चरण में है।
राजगीर-जेठियन मार्ग के पास निर्मित हो रहा नेचर सफारी:
नेचर सफारी का निर्माण राजगीर-जेठियन मार्ग Rajgir-Jethiyan Way के आसपास हो रहा है, इस मार्ग से ज्ञान प्राप्ति के पहले और बाद में भगवान बुद्ध Buddha बोधगया Bodhgaya से राजगीर Rajgir आए थे। स्काई वॉक ग्लास फ्लोर ब्रिज 85 फीट लंबा व 5 फीट चौड़ा और 200 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है।
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ब्रिज पर एक बार में अधिकतम 15 लोग चढ़ सकते हैं, इसका निर्माण 1.47 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। इसका निर्माण महाराष्ट्र की कंपनी कर रही है। इसका निर्माण चीन के ग्लास फ्लोर ब्रिज की तरह हो रहा है।
राजगीर का वैभव वापस लाने की कोशिश:
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर मगध साम्राज्य Magadh Empire की राजधानी थी। हम उसके गौरव को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। राजगीर में पर्यटकों के लिए जू सफारी व नेचर सफारी का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा यहां पर नालंदा विश्वविद्यालय, इंटरनेशनल स्टेडियम, स्पोर्ट्स एकेडमी जैसी कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। यहां पर खेल विश्वविद्यालय भी खोला जाएगा।
इससे पहले सिक्किम के पेलिंग में एक स्काई ब्रिज का निर्माण हुआ है, लेकिन वह पूरी तरह से स्काई ब्रिज नहीं है।
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