Buddhadarshan News, New Delhi
संत शिरोमणि गुरू रविदास जी की 641वीं जयंती पूरे देश में धूम-धाम से मनाई गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को गुरू रविदास जयंती की शुभकामनाएं दी। उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी के सीरगोवर्धन स्थित गुरू की जन्मस्थली पर आयोजित मेले में हिस्सा लिया तो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर के विकास खण्ड मझवा के व्यासपुर निगतपुर में गौतम बुद्धा समिति द्वारा आयोजित संत रविदास जयंती कार्यक्रम में भाग लिया और गुरू को श्रद्धांजलि अर्पित कीं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि गुरू की समानता, एकता और सामाजिक सौहार्द की शिक्षा और संदेश देश को प्रेरणा देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत शिरोमणि को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘गुरू रविदास जी हमारे देश के महान संतों में थे। वह समान, न्यायपूर्ण और करुणामय समाज के पक्षधर थे। उनकी शिक्षाएं हर काल और समय के लिए और समाज के सभी वर्गों के लोगों के लिए प्रासंगिक हैं।’
प्रधानमंत्री ने गुरू रविदास जी के शब्दों को भी साझा किया-
‘ऐसा चाहूं राज मैं जहां मिलै सबन को अन्न।
छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न।।
गुरू रविदास ने उस दौर में ऐसा सपना देखा था, जब हर व्यक्ति के पास खाने का अन्न हो और व्यक्ति खुश हो।’
वाराणसी पहुंचे योगी आदित्यनाथ:
उधर, प्रधानमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को संत रविदास जयंती के मौके पर वाराणसी के सीरगोवर्धन स्थित जन्मस्थली पर आयोजित मेले में हिस्सा लेने पहुंचे। उन्होंने संत रविदास के दरबार में मत्था टेकने के बाद वाराणसी में चल रहे विकास कार्यों व राज्य-केंद्र की योजनाओं की प्रगति के संबंध में समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने संत रविदास की जन्मस्थली पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिए।
मंदिर क्षेत्र में बनेगा अस्पताल:
रविदास जी के अनुयायियों ने कहा कि मंदिर क्षेत्र में अस्पताल, मंदिर के पास 50 मीटर लंबा गलियारा और लंगर हाॅल बनाना अत्यंत आवश्यक है। हमलोग भक्तों के सहयोग से इन कार्यों को पूरा करने में लगे हुए हैं।
जन्म से नहीं होता कोई महान: अनुप्रिया पटेल
उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में आयोजित संत रविदास जयंती कार्यक्रम में कहा कि गुरू ने संदेश दिया कि मनुष्य अपने जन्म और व्यवसाय के आधार पर महान नहीं होता है। विचारों की श्रेष्ठता, समाज के हित की भावना से प्रेरित कार्य और सदव्यवहार जैसे गुण ही मनुष्य को महान बनाने में सहायक होते हैं।
Link: देश भर में मनाया गया संत शिरोमणि गुरू रविदास की 641वीं जयंती, योगी पहुंचे जन्मस्थली