बुद्ध न्यूज, नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 2016 का सत्र उत्तर प्रदेश के सारनाथ में मंगलवार से शुरू हो गया। सम्मेलन का उद्घाटन 2 अक्टूबर को नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री डॉ.महेश शर्मा ने किया था। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सारनाथ को भारत में बौद्ध पर्यटन का केंद्र बनाया जाएगा।
प्रारंभिक सत्र को पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.महेश शर्मा, उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्रत्री ओम प्रकाश सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित किया। सम्मेलन में थाईलैंड के पर्यटन और खेल उपमंत्री प्रो.चमानी तोंगरोक, विश्व पर्यटन संगठन के कार्यकारी निदेशक मैसियो फैविला और वाराणसी के मेयर शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री डॉ.महेश शर्मा ने कहा कि भारत अध्यात्मिक पीठ है। भारत सरकार बौद्ध सर्किट विकसित करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि सारनाथ को भारत में बौद्ध पर्यटन का केंद्र बनाया जाएगा और देश में विभिन्न बौद्ध स्थलों को सारनाथ से जोड़ने के लिए वायु, रेल और सड़क संपर्क विकसित करने के प्रयास किए जाएंगे।
बौद्ध सर्किट के लिए 132.17 करोड़ रुपए-
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बौद्ध सर्किट विकसित करने के लिए अभी तक 132.17 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। श्रावस्ती, कपिलवस्तु और कुशीनगर को कवर करने वाले बौद्ध सर्किट के विकास के लिए शीघ्र ही उत्तर प्रदेश को पर्यटन मंत्रालय 99.97 करोड़ रुपए की मंजूरी देगा।