दिल्ली से बाहर है जेपी, सरदार पटेल व मोरार जी देसाई की समाधि
Buddhadarshan News, New Delhi
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी सहित अधिकांश महान विभूतियों का समाधि स्थल दिल्ली में यमुना किनारे हैं, लेकिन देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले कई महान हस्तियां ऐसी भी हैं, जिनकी समाधि दिल्ली से बाहर है। Sardar Patel, Jaiprakash Narayan and Morarji Desai’s samadhi are out of Delhi.
देश के पहले उपप्रधानमंत्री और देश की 562 रियासतों का एकीकरण करने वाले लौह पुरुष के नाम से विख्यात सरदार बल्लभ भाई पटेल की समाधि दिल्ली से बाहर मुंबई में है। सरदार पटेल का देहावसान 15 दिसंबर 1950 में मुंबई में हुआ था।
सरदार पटेल का जन्म गुजरात के नादियाड़ में 31 अक्टूबर 1875 में हुआ था। स्वतंत्रता आंदोलन में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। बारदोली में सफल किसान आंदोलन की वजह से आपको सरदार की उपाधि मिली।
देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और सुप्रसि्दध समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण का समाधि स्थल भी दिल्ली से बाहर बिहार की राजधानी पटना में है। जयप्रकाश नारायण ने 15 जून 1975 में पटना के गांधी मैदान में छात्रों की विशाल समूह के समक्ष ’सम्पूर्ण क्रांति’ का आह्वान किया था।
जयप्रकाश नारायण का निधन उनके निवास स्थान पटना में 8 अक्टूबर 1979 को हृदय की बीमारी और मधुमेह के कारण हुआ। 1960 के दशक के अंतिम भाग में वे राजनीति में पुनः सक्रिय हुए। 1974 में किसानों के बिहार आंदोलन में उन्होंने तत्कालीन राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग की।
वर्ष 1948 में उन्होंने कांग्रेस के समाजवादी दल का नेतृत्व किया और बाद में गांधीवादी दल के साथ मिल कर समाजवादी सोशलिस्ट पार्टी की स्थापना की। 19 अप्रैल 1954 में गया, बिहार में उन्होंने विनोबा भावे के सर्वोदय आंदोलन के लिए जीवन समर्पित करने की घोषणा की। 1957 में उन्होंने लोकनीति के पक्ष में राजनीति छोड़ने का निर्णय लिया।
जनता पार्टी की सरकार के दौरान देश के प्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय मोरार जी देसाई की समाधि भी दिल्ली से बाहर है। केंद्र सरकार ने पिछले साल मोरार जी देसाई की याद में राजधानी में स्मारक बनाने का फैसला किया है। गांधीवादी नेता मोरार जी देसाई 24 मार्च 1977 से लेकर 28 जुलाई 1979 तक देश के प्रधानमंत्री रहें। फिलहाल मोरार जी देसाई का समाधि स्थल गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में गांधी आश्रम के पास 100 कदम की दूरी पर स्थित है।
मोरार जी देसाई का जन्म गुजरात के भदेली नामक स्थान पर 28 फरवरी 1896 में हुआ और उनका देहावसान 10 अप्रैल 1995 में हुआ था।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का दिल्ली में देहांत हुआ, लेकिन कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद नरसिम्हा राव का अंतिम संस्कार दिल्ली में न कर के आंध्रप्रदेश में उनके पैतृक क्षेत्र में किया गया। ढाई साल पहले केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद पिछले साल केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने राव का स्मारक दिल्ली में बनाने की घोषणा की। राव का जन्म 28 जून 1921 में आंध्र प्रदेश के करीमनगर जिले में हुआ और देहावसान 23 दिसंबर 2004 में दिल्ली में हुआ।
राजधानी में यमुना किनारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट के निकट 240 एकड़ में समाधि स्थल फैला है। यहां पर 15 समाधियां हैं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा,ज्ञानी जैल सिंह, केआर नारायणन, आर वेंकटरमन की समाधियां हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, जवाहर लाल नेहरू, संजय गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, उनकी पत्नी, इंदिरा गांधी,राजीव गांधी,चौ.चरण सिंह, देवी लाल,बाबू जगजीवन राम की समाधियां भी यहीं पर हैं।