Buddhadarshan News, Patna
दुनिया की प्राचीनतम शहरों में से एक पटना में एक और ऐतिहासिक धरोहर जुड़ गया है. पटना के प्राचीन इतिहास से आपको अवगत कराने के लिए बिहार सरकार ने ‘सभ्यता द्वार’ का निर्माण कराया है, पटना के सम्राट अशोक कंवेंशन केंद्र में सभ्यता द्वार का निर्माण किया गया है, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को इस ऐतिहासिक धरोहर को जनता को समर्पित किया.
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बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 486 करोड रूपए की लागत से 187 योजनाओं का लोकार्पण किया, इस मौके पर उन्होंने सभ्यता द्वार, सम्राट अशोक की सांकेतिक मूर्ति और अशोक स्तम्भ का अनावरण किया, बता दें कि सम्राट अशोक कंवेंशन सेंटर केंद्र के परिसर में पहले ज्ञान भवन, फिर बापू सभागार और अब सभ्यता द्वार का निर्माण किया गया है,
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह मूर्ति बहुत कुछ अशोक के बारे में बताती है, चंडाशोक से धम्माशोक के परिवर्तन के रूप का यह प्रतीक है, दुनिया को जीतने की इच्छा रखने वाले सम्राट अशोक ने अंत में धर्म के रास्ते को अपनाया, उन्होंने कहा कि यह पाटलिपुत्र अशोक और उनके दादा चंद्रगुप्त मौर्य की भी राजधानी थी, पाटलिपुत्र का निर्माण अजातशत्रु ने करवाया था, महात्मा बुद्ध उत्तर बिहार जाने के क्रम में पाटलिपुत्र से गुजरे थे और उसी वक्त पाटलिपुत्र के बारे में जो प्रतिक्रिया व्यक्त की थी, उसी को सभ्यता द्वार में भी अंकित किया गया है.