Buddhadarshan News, New Delhi ‘मेहरम’ के बगैर हज यात्रा के लिए काफ़ी तादाद में मुस्लिम महिलाएं muslim women आवेदन कर रही हैं. केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री minister मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि मुस्लिम महिलाओं के “मेहरम” (पुरूष साथी) के बिना हज़ पर जाने पर लगे प्रतिबंध को सरकार द्वारा हटाने के फैसले के बेहद सकारात्मक परिणाम निकले हैं. गुरुवार को निजी टूर ऑपरेटरों के लिए एक पोर्टल की शुरूआत करते हुए श्री नकवी ने कहा कि “मेहरम” के बिना मुस्लिम महिलाओं को हज़ पर जाने की इजाज़त देने के सरकार के फैसले का देश भर में स्वागत हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी prime minister Narendra Modi के नेतृत्व में सरकार द्वारा महिलाओं को अधिकार सम्पन्न बनाने की दिशा में यह एक अन्य महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि हज के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हज़ 2018 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 15 नवम्बर को शुरू हो चुकी है और “मेहरम” के बिना हज़ जाने के लिए अब तक (13 दिसम्बर) 1000 से अधिक महिलाएं आवेदन कर चुकी हैं।
श्री नकवी ने कहा कि हज़ के लिए अब तक 2 लाख 63 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन दिये हैं, जिनमें से करीब 1 लाख 38 हजार आवेदन ऑनलाइन किये गए हैं। इसके अलावा हज़ के लिए लोग मोबाइल एप से भी आवेदन कर रहे हैं।
सऊदी अरब सरकार ने वर्ष 2017 में भारत का हज़ कोटा बढ़ाकर 1 लाख 70 हजार 25 कर दिया था।