Buddhadarshan News, Ballia
देश को अंधता मुक्त बनाने का अभियान शुरू हो गया है। इसी अभियान के तहत नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के पैतृक जिला बलिया के सहरसपाली में उनके पिताजी के नाम पर शनिवार को 100 बेड का “रजनीकांत केंद्र अखण्ड ज्योति आई अस्पताल” का शुभारंभ किया गया। अस्पताल में सभी रोगियों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। अस्पताल के उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत उपस्थित थें।
इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि अब देश में गरीबों को इलाज के लिए जमीन नहीं बेचनी पड़ेगी। आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए तक का इलाज का बीमा कराने का काम तेजी से जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि देश में डेढ़ लाख सब सेंटर जच्चा बच्चा केंद्र के रूप में चलते हैं। इन सभी सेंटर को 2022 तक निरोगी केंद्र में तब्दील कर दिया जाएगा।
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चार साल में दूर होगी जिले की अंधता:
अखण्ड ज्योति आई अस्पताल एडवाइजरी बोर्ड के चेयरमैन रविकांत ने कहा कि उन्होंने अगले चार साल में जिले की अंधता दूर करने का संकल्प लिया है। यहां आंख के सभी रोगियों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।
कौन हैं रविकांत:
रविकांत नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के बड़े भाई हैं। रविकांत मूलरूप से बलिया के बेलहरी ब्लॉक के पुरास गांव के निवासी हैं। रविकांत टाटा मोटर्स के एमडी और वाइस चेयरमैन रह चुके हैं। पिता की याद में उन्होंने इस अस्पताल की स्थापना कराई है।