Buddhadarshan News, Sarnath
भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ से उनके महापरिनिर्वाण स्थल कुशीनगर नगर के बीच की दूरी 222 km है। सारनाथ से कुशीनगर आप बस, ट्रेन, फ्लाइट अथवा टैक्सी के जरिए आसानी से जा सकते हैं।
फ्लाइट के जरिए कैसे पहुंचे कुशीनगर:
फ्लाइट के लिए आपको वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट आना होगा। यहां से आप फ्लाइट से गोरखपुर स्थित गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। गोरखपुर से आपको टैक्सी अथवा बस के जरिए कुशीनगर जाना होगा।
ट्रेन के जरिए कैसे पहुंचे कुशीनगर:
सबसे पहले आपको एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने के लिए वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन आना होगा। ट्रेन से कुशीनगर जाने के लिए दो रास्ते हैं। वाराणसी से 13 ट्रेन देवरिया होते हुए गोरखपुर जाती हैं। चूंकि वाराणसी एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक शहर है। यहां रोजाना हजारों की संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं।
ट्रेन से देवरिया होते हुए कुशीनगर रूट:
वाराणसी से 182 km दूर देवरिया शहर में ट्रेन से उतर कर टैक्सी अथवा बस के जरिए कुशीनगर जा सकते हैं। देवरिया से कुशीनगर की दूरी लगभग 35 km है। महज आधे घंटे में पहुंच सकते हैं। हालांकि देवरिया में आपको बेहतर ट्रेवेल एजेंसी की सुविधा नहीं मिलेगी।
ट्रेन से गोरखपुर होते हुए कुशीनगर रूट:
वाराणसी से गोरखपुर की दूरी 232 km है। वाराणसी से अधिकांश ट्रेन देवरिया होते हुए गोरखपुर जाती हैं। गोरखपुर से कुशीनगर की दूरी लगभग 55 km है। गोरखपुर उतरकर आप टैक्सी अथवा बस के जरिए कुशीनगर जा सकते हैं। गोरखपुर में ट्रेवेल एजेंसी की अच्छी सुविधा है।
वाराणसी से कुशीनगर के लिए आपको सीधी बस मिल जाएगी। जो कुछ घंटे में आपको कुशीनगर पहुंचा देगी। आप उत्तर प्रदेश की परिवहन सेवा https://upsrtconline.co.in/# पर सीधे ऑनलाइन बस बुक करा सकते हैं।
वाराणसी में किसी भी ट्रैवेल एजेंसी से आप कुशीनगर के लिए टैक्सी हायर कर सकते हैं। टैक्सी के जरिए आप आसानी से कुशीनगर पहुंच सकते हैं।