Buddhadarshan News, 21 April
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संस्कृति मंत्रलाय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के सहयोग से आयोजित पहले वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन का उद्धाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी PM Narendra Modi ने कहा कि बुद्ध Buddha की चेतना अनंत है। पीएम मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ जैसे मंच एक समान विचारधारा और हृदय की समान भावनाओं वाले देशों को बुद्ध धम्म तथा शांति का प्रसार करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं।
नई दिल्ली के होटल अशोक में आयोजित सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने उन्नीस विशिष्ट बौद्ध भिक्षुओं को भिक्षु वस्त्र (चीवर दान) भी भेंट किए।
इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और मीनाक्षी लेखी तथा अंतराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव डॉ.धम्मापिया भी उपस्थित थे।
संस्कृति मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के सहयोग से 20 और 21 अप्रैल को इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है। वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन का विषय “समकालीन चुनौतियों पर प्रतक्रियाएं: अभ्यास के लिए दर्शन” है। यह बौद्ध और सार्वभौमिक चिंताओं के मामलों में वैश्विक बौद्ध धम्म नेतृत्व तथा विद्वानों को शामिल करने और उनके द्वारा सामूहिक रूप से समस्याओं के हल प्राप्त करने के लिए नीतिगत सहयोग के साथ आने का एक प्रयास है।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि बुद्ध व्यक्तित्व से परे हैं, वे एक धारणा हैं और बुद्ध एक अनुभूति हैं जो किसी व्यक्ति से इतर हैं, वे एक विचार हैं जो स्वरूप से अलग है और बुद्ध किसी अभिव्यक्ति से परे एक चेतना हैं। श्री मोदी ने कहा कि बुद्ध की चेतना अनंत है। इस अवसर पर महत्व का जिक्र करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन का आयोजन सभी देशों के प्रयासों के लिए एक प्रभावी मंच तैयार करेगा।