बलिराम सिंह, नई दिल्ली
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मंगलवार को ‘अणुव्रत पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने नीतीश कुमार को इस पुरस्कार से सम्मानित किया। समाज में बेहतरीन और प्रेरणा स्त्रोत कार्य करने वालों को दिए जाने वाला यह पुरस्कार राज्य में पूर्ण शराबबंदी के लिए मुख्यमंत्री को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का फैसला राजनीतिक कारणों से नहीं बल्कि सामाजिक बदलाव की बुनियाद रखने के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न इलाकों में जिस तरह से शराबबंदी लागू करने के लिए आवाज उठ रही है, मुझे विश्वास है कि उन इलाकों की सरकार पर जनता की भावना का असर होगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक परिवर्तन हमारे लिए राजकाज से कई गुणा अधिक महत्वपूर्ण है।
इस मौके पर राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि संपूर्ण विश्व हिंसा और आतंकवाद के खतरों से त्रस्त है। आज सभी आध्यात्मिकता की चाह में फिर से भारतवर्ष की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीवन का सदुपयोग कैसे हो, इस विषय में भारतीय संतों और महात्माओं ने अपने संदेशों से बराबर जन-मानस का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि पूर्ण शराबबंदी का राज्य सरकार का निर्णय एक ऐतिहासिक, साहसिक और सामाजिक सुधार की दिशा में अत्यंत क्रांतिकारी निर्णय है। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने शराबबंदी से संबंधित बिल को बहुत सोच समझकर अपनी मंजूरी प्रदान की थी। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि उनकी अहिंसा-यात्रा समाज में सद्भावना, नौतिकता और नशामुक्ति के प्रति चेतना विकसित करने के उद्देश्य से है।