Buddhadarshan News, New Delhi
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को ‘दहेज मुक्ति जागरूकता रथ’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ ‘दहेज लेना पाप है, दहेज देना पाप है।’ ‘अपने परिवार की शान बने, दहेज को ना कहें।’ जैसे नारों के साथ पूरे बिहार का भ्रमण कर दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीति के प्रति लोगों को जागरूक करेगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार अब पूर्ण शराबबंदी से पूर्ण नशबंदी की ओर कदम बढ़ा चुका है। शराबबंदी से समाज में अमन चैन कायम हुआ है। और लोगों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक संवाद के दौरान एक महिला ने अपनी आप बीती सुनाते हुए दहेज प्रथा के खिलाफ एक अभियान चलाए जाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ अब 21 जनवरी 2018 को एक बार फिर मानव श्रंखला पूरे बिहार में बनाई जाएगी। इस साल 21 जनवरी 2017 को शराबबंदी के खिलाफ लोगों ने मानव श्रंखला बनाया था। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए जनसहयोग की अपील की। कानून तो पहले से बना हुआ है, लेकिन जब तक जनजागृति नहीं आएगी, तब तक दहेज प्रथा और बाल विवाह एक अभिशाप बना रहेगा, इसे हर हाल में खत्म करना होगा।