Buddhadarshan News, New Delhi
देश के 14 प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों का रखरखाव सात कंपनियां अपने सीएसआर (सोशल कॉरपोरेट फंड) के जरिए करेंगी। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ‘धरोहर गोद ले योजना’ के अंतर्गत इन कंपनियों का चयन हुआ है। ये कंपनियां भविष्य की स्मारक मित्र होंगी। ये कंपनियां बैंकिंग और टूरिज्म कारोबार से जुड़ी हैं।
इन धरोहरों का करेंगी रखरखाव-
जंतर मंतर- दिल्ली स्थित जंतर-मंतर को गोद लेने के लिए एसबीआई फाउंडेशन का चयन किया गया है।
कोणार्क का सूर्य मंदिर-
इसी तरह उड़ीसा का विश्व प्रसिद्ध कोणार्क का सूर्य मंदिर, भुवनेश्वर का राजा-रानी मंदिर, जयपुर और ओड़िाश के रत्नागिरी स्मारक के लिए टीके इंटरनेशनल लिमिटेड का चयन हुअा है।
कुतुब मीनार-
कर्नाटक के हम्पी, जम्मू कश्मरी के लेह पैलेस, दिल्ली का कुतुब मीनार, महाराष्ट्र की अजंता गुफा को यात्रा ऑनलाइन प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया गया है।
सफदरजंग का मकबरा-
कोच्चि के मत्तानचेरी पैलेस संग्रहालय और दिल्ली का सफदरजंग मकबरा को ट्रेवेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड का चयन किया गया है।
गंगोत्री मंदिर क्षेत्र-
गंगोत्री मंदिर क्षेत्र और गोमुख तक के मार्ग और जम्मू कश्मरी के माउंट स्टोककांगरी, लद्दाख को एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया का चयन किया गया।
अग्रसेन की बावड़ी-
दिल्ली की अग्रसेन की बावड़ी को स्पेशल होलीडेज ट्रेवल प्राइवेट लिमिटेड का चयन दिल्ली के रोटरी क्लब के साथ किया गया है।
पुराना किला-
दिल्ली के पुराने किले को गोद लेने के लिए एनबीसीसी को चुना गया है।
बता दें कि विश्व पर्यटन दिवस, 27 सितंबर 2017 को राष्ट्रपति ने पर्यटन मंत्रालय की ‘एक धरोहर गोद ले’ योजना का शुभारंभ किया था। इसके तहत देशभर के स्मारकों, धरोहरों और पर्यटन स्थलों को विकसित कर पर्यटक अनुकूल बनाने के लिए योजनाबद्ध और चरणबद्ध तरीके से पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा मिलेगा।