बलिराम सिंह, नई दिल्ली
यदि आप बेरोजगार हैं और अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो आप मात्र 2 से ढाई लाख रुपए की लागत से अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं और प्रति महीने 15 से 20 हजार रुपए की कमाई कर सकते हैं। केंद्र सरकार पूरे देशभर में 1.6 लाख कॉमन सर्विस सेंटर (csc) खोलने जा रही है।
ये है कॉमन सर्विस सेंटर-
नेशनल ई-गवर्नेंस प्लान के तहत सरकार सभी सरकारी सर्विस सस्ती दर पर लोगों के दरवाजे तक पहुंचाना चाहती है। इसी उद्देश्य को हासिल करने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड टैक्नोलॉजी ने कॉमन सर्विस सेंटर खोले जाने हैं। एक सीएससी में सरकारी, प्राइवेट और सोशल सेक्टर जैसे टेलीकॉम, एग्रीकल्चर, हेल्थ, एजुकेशन, एफएमसीजी प्रोडक्ट, बैंकिंग और फाइनेंसियल सर्विस, सभी तरह के प्रमाणपत्र, आवेदन पत्र और यूटिलिटी पेमेंट की जा सकती है। आने वाले दिनों में एक सीएससी में 300 से अधिक सेवाएं प्राप्त होंगी।
सेंटर खोलने के लिए आवश्यक जरूरतें-
यदि आप सीएससी खोलना चाहते हैं तो आपके पास कम से 100 से 150 वर्ग फुट का जगह होना चाहिए। इसके अलावा कम से एक कंप्यूटर (ups के साथ), एक प्रिंटर, डिजिटल / वेब कैमरा, जनसेट या इनवर्टर या सोलर पैनल, ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, ब्रांडबैंड कनेक्शन होना चाहिए। ऐसे में आपको 2 से ढाई लाख रुपए का इंवेस्टमेंट करना होगा।
सीएससी के लिए आधार नंबर जरूरी-
सीएससी बनने के लिए आपके पास आधार नंबर होना जरूरी है। जिसके जरिए आप https://csc.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। उसके आधार पर आपको ओटीपी नंबर मिलेगा। जिसके जरिए आप सीएससी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं कि तो ग्राम पंचायत या नगर पंचायत स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। आपको इस कमेटी के पास आवेदन करना होगा, जो आपके प्रपोजल की स्टडी करने के बाद आपको सीएससी का लाइसेंस मिल जाएगा।
सीएससी पर ये मिलेंगी सेवाएं-
सीएससी में pan card, आधार कार्ड, इलेक्शन कार्ड जैसे मतदाता सूची में नाम जुड़वाना, पहचान पत्र, पासपोर्ट बना सकते हैं। इसके अलावा आप मोबाइल रिचार्ज, मोबाइल बिल पैमेंट, डीटीएच रिचार्ज, इंसटेंट मनी ट्रांसफर, डाटा कार्ड रिचार्ज, सीएससी बाजार, एलआईसी प्रीमियम, रेड बस, एसबीआई लाइफ, बिल क्लाउड जैसी प्राइवेट सर्विस भी आप प्रोवाइड करा सकते हैं। सीएससी में बैंकिंग, इंश्योरेंस और पेंशन सर्विस भी दी जा सकती है। सीएससी में प्रोढ़ शिक्षा कार्यक्रम, डिजिटल लिटरेसी प्रोग्राम, वोकेशनल व स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जा सकती है। किसानों को मौसम की जानकारी व मिट्टी की जांच जैसी सर्विस भी सीएससी के माध्यम से दी जाएगी। इतना ही नहीं, टेलीमेडिसन सर्विस भी लोगों को प्रोवाइड कराई जा सकती है।