बलिराम सिंह, नई दिल्ली
समाजसेवी अन्ना हजारे ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अरविंद केजरीवाल को पहली बार नाराजगी भरा पत्र लिखा है और आम आदमी पार्टी की वेबसाइट से चंदे की सूची पोस्ट न किए जाने पर नाराजगी जताई है। साथ ही सवाल किया है कि अाखिर अन्य दलों से आम आदमी पार्टी कैसे अलग है। क्या देश में स्वराज लाने का यह तरीका ठीक है।
Anna Hazare today castigated Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal for “not fulfilling the promise” of putting his party’s donors list in public domain, at a time when the AAP has been questioning the Congress and BJP over their source of funding.
अपने दो पेज के पत्र में अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल को नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा है कि हम कई साल साथ में थे। उस समय समाज और देश की भलाई के लिए घंटों तक बाते होती थी। शुद्ध आचार, शुद्ध विचार, निष्कलंक जीवन , त्याग, अपमान पीने की शक्ति, यह पांच तत्व लीडरशीप में जीवन में संभालना जरूरी है। साथ ही सच्चाई को कभी नहीं छोड़ना। उन्होंने यह भी कहा कि समाज और देश की भलाई के लिए मैंने महाराष्ट्र की जनता के काम बाजू में रखकर आपके साथ नि:स्वार्थ भाव से लंबा समय दिया। लेकिन वह सपना टूट गया।