बलिराम सिंह, नई दिल्ली
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट को एक बार फिर से नया रूप दिया जाएगा। सरकार ने यह फैसला दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया है। राजघाट में पहली बार राष्ट्रपिता के जीवन का विवरण और उनसे संबंद्ध 30 अमृत वचन उनकी समाधि के पास अंकित किये गए हैं। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम.वेंकैया नायडू 30 जनवरी को राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि के अवसर पर इसका उद्घाटन करेंगे। Mahatma’s Samadhi gets a make over after 15 years for increased visitor engagement. First ever profile of Father of Nation, his Samadhi, 30 Amrit Vachans at Rajghat.
राजघाट पर सोलर पॉवर प्रोजेक्ट्स, एलईडी लाइटों के साथ 104 खंभों को सजाया गया है और सीसीटीवी लगाए गए हैं। चंपारण सत्याग्रह की 100वीं वर्षगांठ के बारे में राजघाट समाधि पत्रिका के विशेषांक का भी विमोचन किया जाएगा।
बता दें कि यहां पर रोजाना 10 हजार से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। पर्यटकों को गांधीजी के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी देने के लिए समाधि के निकट लगे काले पत्थर के अलावा और कोई स्रोत समाधि पर उपलब्ध नहीं है। इस कमी को पूरा करने के लिए और पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए शहरी विकास मंत्रालय के अंतर्गत राजघाट समाधि समिति ने पिछले दो वर्षों में अनेक उपाय किए हैं, जिनका उद्घाटन कल राष्ट्रपिता की 69वीं पुण्य तिथि के अवसर पर किया जायेगा। इससे पहले 15 साल पहले राजघाट पर सुधार कार्य किए गए थे।
ये भी है खास-
पहली बार 157 शब्दों में राष्ट्रपिता के जीवन का विवरण और 131 शब्दों में गांधी समाधि का विवरण हिन्दी और अंग्रेजी, दोनों भाषाओं में राजघाट के तीनों द्वारों पर प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा संगमरमर पर 30 अमृत वचन उत्कीर्ण कराए गए हैं, जिन्हें ग्रेनाइट के पत्थर की पीठिकाओं पर समाधि परिसर में प्रदर्शित किया जायेगा।
राजघाट परिसर में सभी मौजूदा परम्परागत लाइटों के स्थान पर ऊर्जा सक्षम और पर्यावरण अनुकूल एलईडी लाइटें लगाई गई हैं। पुराने खंभों के स्थान पर सजाए गए 104 नए पोल लगाए गए हैं। एलईडी लाइटों के लगने से हर वर्ष 60 हजार यूनिट से अधिक ऊर्जा की बचत होगी।
सुरक्षा बढ़ाने और पर्यटकों की बेहतर निगरानी के लिए 27 सीसीटीवी कैमरों के साथ एक सेंट्रल कंट्रोल रूम बनाया गया है।