बलिराम सिंह, नई दिल्ली
पूरे देश में कैश की कमी से जूझ रहे देशवासियों को केंद्र सरकार ने कुछ राहत देने के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। अब आप 24 नवंबर तक पेट्रोल पंप, अस्पतालों में पुराने नोट जमा कर सकते हैं। पहले यह तिथि 14 नवंबर तक ही थी। इसके अलावा अब बैंकों से 4 हजार रुपए के बजाय 4500 रुपए तक पुराने नोट बदल सकते हैं। इसी तरह एटीएम से 2000 रुपए के बजाय 2500 रुपए तक निकालने की घोषणा की है। इसके अलावा अब देशभर में नई माइक्रो कैश मशीनें लगाई जाएंगी। केंद्र सरकार ने बैंकों से कहा है कि क्रेडिट और डेबिट कार्ड पर ट्रांजैक्शन चार्जेज न लगाएं।
केंद्र सरकार के आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास ने बताया कि सरकार कम से कम तीन महीने पुराने करंट अकाउंट्स में से कैश विड्राल की लिमिटेशन अब प्रति सप्ताह 50 हजार रुपए कर देगी। करंट अकाउंट दरअसल बैंक अकाउंट का वह प्रकार है जो कारोबारियों की प्रतिदिन की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक होता है। इसमें एक दिन में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन्स की संख्या सीमित नहीं होती। उन्होंने कहा कि एटीएम आज या कल से 2000 रुपये के नए नोट देना शुरू कर देंगे। देश के 1.3 लाख डाकघरों को नकदी की आपूर्ति बढ़ायी जाएगी। रिजर्व बैंक ने जानकारी दी है कि व्यवस्था में पर्याप्त मात्रा में नकदी उपलब्ध है और ऐसे में परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। मौजूदा स्थिति आने वाले दिनों में सामान्य हो जाएगी।
एटीएम से 2500 रुपए निकालने की सुविधा-
अब नए नोटों के अनुरूप बदले गए एटीएम से ही एक दिन में अधिकतम 2500 रुपये निकाले जा सकेंगे। बैंक, बैंकिंग अभिकर्ताओं की नकदी रखने की सीमा बढ़ाकर 50 हजार रुपए करने का फैसला किया गया है।
4500 रुपए के पुराने नोट बदले जाएंगे-
रविवार को सरकार ने कुछ नई घोषणाएं करके लोगों को राहत पहुंचाने की कोशिश की है, अब 4000 रुपए के बजाय 4500 के पुराने नोट बदल सकते हैं और हफ़्ते में 20 हजार रुपए के बजाय 24 हजार रुपए निकाल सकते हैं।
14 नवंबर के बजाय 24 नवंबर तक जमा करने की छूट-
पुराने नोट लेने की तारीख़ (पेट्रोल पंप और अस्पताल आदि में) 14 नवंबर के बजाय 24 नवंबर हो गई है। इसके अलावा अब एक दिन में 10 हजार रुपए के बजाय 24 हजार रुपए निकाल सकते हैं। दिल्ली में बिजली बिल भी 24 नवंबर तक पुराने नोट के तौर पर जमा कर सकते हैं।
दिव्यांगों-बुजुर्गों के लिए अलग लाइन-
वित्त मंत्रालय के मुताबिक अब दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए अलग से लाइन लगाई जाएंगी। गांवों में मोबाइल वैन के जरिए धनराशि पहुंचायी जाएगी।