Lord Buddha is synonymous with sacrifice, penance, service and dedication : Maurya
Buddhadarshan News, Sarnath
“भगवान बुद्ध, त्याग, तपस्या, सेवा और समर्पण का पर्याय हैं। आज पूरा विश्व महात्मा बुद्ध के विचारों पर चलने की अपील कर रहा है। पूरा संसार भारत को शांतिप्रिय एवं सद्भावना का दूत मानता है। तथागत भगवान बुद्ध के जीवन और दिखाए गए सत्य, अहिंसा, प्रेम व करुणा के मार्ग से विश्व- शांति एवं राष्ट्र- निर्माण की प्रेरणा दुनिया को हमेशा मिलती रहेगी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को व्रज विद्या इंस्टीट्यूट खजुही सारनाथ वाराणसी के 25 वीं वार्षिक काग्यू शीतकालीन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि यह विचार व्यक्त किया।

डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि भगवान बुद्ध की इस पावन धरा को प्रणाम करता हूँ। सारनाथ को प्रारम्भ से ज्ञान, शान्ति और अध्यात्मिक चिन्तन के लिये जाना जाता है। व्रज विद्या संस्थान मठीय महाविद्यालय है जो उच्च बौद्ध दर्शन का प्रशिक्षण प्रदान करता है। विश्व शान्ति की कामना के उद्देश्य से व्रज विद्या संस्थान द्वारा जो कदम उठाया गया है वह सराहनीय है। व्रज विद्या संस्थान द्वारा बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार व शिक्षण संस्थानों के रूप में शिक्षा प्रदान करायी जा रही है। व्रज विद्या संस्थान दूरगामी सोच के रूप में बौद्ध के सन्देश को जन-जन तक पहुँचा रहा है। मौर्य राजवंश के चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने स्थापित बौद्ध पन्थ के स्तम्भ एवं शिलालेख स्थापित किये। वह बौद्ध धर्म के अनुयायी थे। देश और विदेश के पर्यटक लाखों की संख्या में हर साल सारनाथ दर्शन करने के लिए आते हैं।
डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि व्रज विद्या संस्थान दूरगामी सोच के रूप में बौद्ध के सन्देश को जन-जन तक पहुँचा रहा है। भगवान बुद्ध के शान्ति का मार्ग आज भी दुनिया को प्रेरणा दे रहा है। उनके उपदेश विश्व शांति के लिए और अधिक प्रसांगिक हैं। जहां तथागत के शिष्य होंगे वहां शान्ति होगी, विपश्यना होगी। केन्द्र व राज्य सरकार भगवान बुद्ध से जुड़े स्थलों जैसे सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, कपिलवस्तु, कौशाम्बी और संकिसा का निरन्तर विकास कर रही है।
Pls Read www.buddhadarshan.com शांति चाहिए तो ‘बुद्धम् शरण’ से उत्तम कोई मार्ग नहीं: मौर्य