

बुद्ध के संदेश
Buddhadarshan News, Lucknow
मानव जीवन में शांति और खुशी के लिए भगवान बुद्ध ने बहुत ही सरल और सीधा रास्ता बताया है। भगवान बुद्ध के इन संदेशों (Message of Buddha) को अपनाने से कष्टमुक्त हो जाते हैं। ये आठ साधारण रास्ते (Noble Eightfold Path -Ashtangik Marg) हैं। इन्हें अपनाने से जीवन में शांति एवं खुशी प्राप्त होती है।
महात्मा बुद्ध के संदेश
चार आर्य सत्य:
भगवान बुद्ध ने जीवन को समझने के लिए चार आर्य सत्य बताया है। इन चार आर्य सत्य को समझने से काफी हद तक अपनी समस्याओं से अवगत हो जाते हैं।
1: दु:ख, 2: समुदय, 3: निरोध, 4: मार्ग:
दु:ख: संसार में दु:ख है
समुदय: दु:ख के कारण हैं
निरोध: दु:ख के निवारण हैं
मार्ग: निवारण के लिए आष्टांगिक मार्ग है
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आष्टांगिक मार्ग:
भगवान बुद्ध ने दु:खों के निवारण के लिए आठ मार्ग बताए हैं। सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वचन, सम्यक कर्म, सम्यक आजीविका, सम्यक व्यायाम, सम्यक स्मृति और सम्यक समाधि।
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सम्यक दृष्टि:
चार आर्य सत्य में विश्वास कीजिए
सम्यक संकल्प:
मानसिक और नैतिक विकास की प्रतिज्ञा कीजिए
सम्यक वचन:
हानिकारक बातें और झूठ न बोलें
सम्यक कर्म:
हानिकारक कार्य न करें
सम्यक जीविका:
कोई भी हानिकारक व्यापार न करें
सम्यक प्रयास:
खुद सुधरने की कोशिश करें
सम्यक स्मृति:
भोग-विलास की वस्तुओं से दूर रहने पर चित्त में एकाग्रता का भाव आता है। एकाग्रता से विचार और भावनाएं स्थिर होकर शुद्ध बनी रहती हैं।
सम्यक समाधि:
उपरोक्त सात नियमों के पालन से आप दु:खों से मुक्त हो जाते हैं।